Ration Card October News – अक्टूबर 2025 से राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ा बदलाव सामने आया है। अब केंद्र सरकार ने गेहूं की सप्लाई को कुछ क्षेत्रों में बंद करने का निर्णय लिया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लाभार्थियों को नुकसान होगा। बल्कि, इसके बदले सरकार ने नए लाभों का ऐलान किया है, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को हर महीने ₹1000 तक सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य 5 बड़े फायदे भी जोड़े गए हैं, जो राशन कार्ड रखने वालों के लिए राहत की खबर लेकर आए हैं। यह बदलाव प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत किया गया है। ऐसे में जिन लोगों को पहले मुफ्त गेहूं मिलता था, उन्हें अब नकद सहायता और अन्य सब्सिडी के रूप में लाभ मिलना शुरू होगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि ये 5 फायदे क्या हैं और आपको क्या करना चाहिए।

गेहूं की सप्लाई बंद होने पर मिलेगा हर महीने ₹1000 का बैंक ट्रांसफर
सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना लागू की है जिसके तहत जिन लाभार्थियों को पहले गेहूं मिलता था, उन्हें अब हर महीने ₹1000 की सीधी नकद सहायता दी जाएगी। यह राशि उनके आधार से लिंक बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। इसका उद्देश्य लाभार्थियों को अधिक लचीलापन देना है ताकि वे अपनी जरूरत के अनुसार सामान खरीद सकें। ये सुविधा विशेष रूप से उन जिलों में लागू की जा रही है जहां गेहूं की आपूर्ति में कठिनाई हो रही थी या स्टोरेज की समस्या थी। इस पहल से अब लाभार्थी राशन की दुकान पर लाइन लगाने की बजाय सीधे अपने खाते में पैसे प्राप्त कर सकेंगे और अपनी पसंद का खाद्य पदार्थ बाजार से ले सकेंगे। इस स्कीम को डिजिटल इंडिया और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के तहत लागू किया गया है, जिससे पारदर्शिता भी बनी रहेगी।
राशन कार्ड से जुड़े नए 5 बड़े फायदे जो सभी को जानने चाहिए
गेहूं की जगह अब लाभार्थियों को केवल नकद राशि ही नहीं मिलेगी, बल्कि सरकार ने राशन कार्डधारकों के लिए 5 अन्य फायदे भी घोषित किए हैं। इनमें शामिल हैं—1) फ्री गैस सिलेंडर पर सब्सिडी, 2) उज्ज्वला योजना के तहत रिफिल की छूट, 3) बच्चों के लिए मिड-डे मील योजना में पौष्टिक आहार, 4) महिलाओं के खाते में अतिरिक्त ₹500 की सहायता और 5) सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से दाल और चावल की सप्लाई। इन सभी योजनाओं को एकीकृत कर सरकार गरीबों और वंचितों की जरूरतों को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। इसके लिए किसी नए आवेदन की जरूरत नहीं है, बस आपका राशन कार्ड और बैंक खाता आधार से जुड़ा होना चाहिए। ये लाभ सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चरणबद्ध तरीके से लागू किए जा रहे हैं।
खाते में पैसे लाने के लिए ज़रूरी हैं ये 2 दस्तावेज़
अगर आप चाहते हैं कि आपके खाते में हर महीने ₹1000 की राशि समय पर पहुंचे, तो आपके पास दो जरूरी दस्तावेज होने चाहिए—पहला, आधार कार्ड और दूसरा, बैंक खाता जो आधार से लिंक हो। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि केवल उन्हीं लाभार्थियों को राशि भेजी जाएगी जिनका डेटा पूरी तरह से अपडेट है। इसके लिए आप अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र या राशन डीलर से संपर्क करके आधार लिंकिंग की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। कई राज्यों ने इसके लिए मोबाइल OTP के माध्यम से e-KYC सेवा भी शुरू की है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी आसानी से लिंकिंग कर सकें। ध्यान दें कि गलत जानकारी या बायोमेट्रिक मैच न होने पर भुगतान अटक सकता है।
गेहूं के बदले पैसे मिलेंगे तो क्या नहीं मिलेगा अब राशन?
यह सबसे बड़ा सवाल है कि जब गेहूं नहीं मिलेगा, तो क्या राशन पूरी तरह से बंद हो जाएगा? इसका जवाब है—नहीं। राशन पूरी तरह से बंद नहीं होगा बल्कि गेहूं की जगह आपको चावल, दाल और अन्य खाद्य पदार्थों की आपूर्ति जारी रहेगी। सरकार केवल उन क्षेत्रों में गेहूं की सप्लाई को बंद कर रही है जहां स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स में समस्याएं आ रही हैं। इसके बदले वहां के लाभार्थियों को नकद सहायता दी जाएगी। साथ ही, इस योजना के तहत फोर्टिफाइड आटा, कुकिंग ऑयल और बच्चों के लिए न्यूट्रीशन किट जैसी वैकल्पिक चीजें भी जोड़ी जा रही हैं। यानी राशन कार्ड अब केवल गेहूं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह एक संपूर्ण सामाजिक सुरक्षा का जरिया बन जाएगा।
