Check Bounce Case : चेक बाउंस पर RBI का नया फैसला जारी! अब नहीं चलेगी लापरवाही – जानें पूरा नियम

Check Bounce Case – चेक बाउंस का मामला हमेशा से बैंकिंग जगत में एक गंभीर विषय रहा है, लेकिन अब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इस पर बड़ा फैसला लिया है। कई बार देखा गया है कि लोग जानबूझकर चेक बाउंस करते हैं या भुगतान में देरी करते हैं, जिससे दूसरे व्यक्ति को भारी नुकसान होता है। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए RBI ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनके तहत अब बैंक ग्राहकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर किसी का चेक बाउंस होता है, तो सिर्फ पेनल्टी नहीं बल्कि अकाउंट ब्लॉक या ट्रांजैक्शन लिमिट तक लगाई जा सकती है। यह नया नियम वित्तीय अनुशासन को मजबूत करने और धोखाधड़ी को रोकने के लिए लागू किया गया है।

Check Bounce Case
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चेक बाउंस पर RBI का नया फैसला 2025

RBI ने स्पष्ट किया है कि अब किसी भी चेक के बाउंस होने पर बैंक संबंधित अकाउंट धारक की पूरी ट्रांजैक्शन हिस्ट्री की जांच करेगा। बार-बार चेक बाउंस करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें बैंक अकाउंट अस्थायी रूप से फ्रीज़ करना या CIBIL स्कोर को प्रभावित करना शामिल है। यह कदम व्यापारियों और आम जनता के बीच भरोसे को मजबूत करेगा और वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देगा। RBI के अनुसार, यह नियम उन लोगों पर विशेष रूप से लागू होगा जो लगातार अपने भुगतान में देरी करते हैं या बिना बैलेंस के चेक जारी करते हैं।

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अब नहीं चलेगी लापरवाही, जानें पूरा नियम

नई गाइडलाइन के तहत अब कोई भी व्यक्ति अगर जानबूझकर चेक बाउंस करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैंक को यह अधिकार होगा कि वह उस ग्राहक की रिपोर्ट RBI और CIBIL को भेज सके। साथ ही, बार-बार ऐसा करने पर बैंकिंग सेवाएं सीमित की जा सकती हैं। इसका उद्देश्य वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देना और धोखाधड़ी के मामलों को कम करना है। अब व्यापारिक या व्यक्तिगत लेन-देन में किसी को नुकसान न पहुंचे, इसके लिए यह नियम लागू किए गए हैं। इससे चेक प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वास दोनों बढ़ेंगे।

चेक बाउंस होने पर क्या होगी सजा?

अगर किसी व्यक्ति का चेक बाउंस होता है, तो उसे न केवल पेनल्टी देनी होगी बल्कि कानूनी प्रावधानों के तहत जेल की सजा भी हो सकती है। चेक बाउंस को Negotiable Instruments Act, 1881 की धारा 138 के तहत अपराध माना गया है। इस कानून के अनुसार, अगर चेक बाउंस की रकम बड़ी है या व्यक्ति बार-बार यह गलती दोहराता है, तो उसे 2 साल तक की सजा या जुर्माना दोनों हो सकते हैं। इसलिए RBI ने सलाह दी है कि लोग चेक जारी करने से पहले अपने अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस जरूर रखें।

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आम लोगों के लिए जरूरी सावधानियां

RBI के इस फैसले के बाद अब लोगों को चेक के इस्तेमाल में और सावधानी बरतनी होगी। सबसे पहले, चेक भरने से पहले अकाउंट में पर्याप्त राशि होनी चाहिए। दूसरा, यदि किसी कारणवश चेक बाउंस हो जाता है, तो तुरंत भुगतान की व्यवस्था करें ताकि मामला कानूनी स्तर तक न पहुंचे। तीसरा, बैंक की नोटिफिकेशन और अलर्ट को अनदेखा न करें क्योंकि यह भविष्य में बड़े नुकसान से बचा सकता है। इस नए नियम से न केवल बैंकिंग सिस्टम में अनुशासन बढ़ेगा बल्कि आर्थिक लेन-देन भी अधिक सुरक्षित बनेंगे।

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