Land New Rule Today 2025 – पत्नी के नाम पर जमीन खरीदने को लेकर सरकार ने अब बड़ा और सख्त फैसला लिया है, जिससे कई लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पहले यह एक आम चलन बन चुका था कि टैक्स से बचने या संपत्ति विवाद से निपटने के लिए लोग जमीन पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री करवा लेते थे। हालांकि अब सरकार ने इस पर शिकंजा कसते हुए ऐसे मामलों की सघन जांच का निर्देश जारी किया है। यदि कोई व्यक्ति केवल टैक्स बचाने या अवैध तरीके से संपत्ति ट्रांसफर करने की मंशा से पत्नी के नाम पर जमीन खरीदता है, तो उसे भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। नया नियम स्पष्ट करता है कि संपत्ति के असली मालिक की जानकारी और फंड का स्रोत प्रमाणित होना जरूरी होगा। यदि पत्नी के पास आय का कोई स्पष्ट स्रोत नहीं है, तो पति को इस निवेश के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा और यह संपत्ति बेनामी संपत्ति कानून के अंतर्गत आ सकती है।

जमीन को पत्नी के नाम करने वालों के लिए सरकार ने बढ़ाई सख्ती
सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब जमीन खरीद के मामले में पत्नी के नाम रजिस्ट्री तभी मान्य मानी जाएगी जब वह संपत्ति की वैध आय से खरीदी गई हो। कई मामलों में देखा गया कि लोग बेनामी संपत्ति को वैध रूप देने के लिए पत्नी या अन्य रिश्तेदारों के नाम पर जमीन खरीदते हैं। ऐसे मामलों को अब सरकार बेनामी लेनदेन अधिनियम के तहत जांचेगी। इसके अंतर्गत अगर यह साबित हो जाता है कि जमीन खरीदने के पीछे पत्नी के पास कोई आय का स्त्रोत नहीं था, और संपत्ति की खरीददारी में पति या किसी अन्य व्यक्ति का पैसा लगा था, तो उस संपत्ति को जब्त किया जा सकता है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
बेनामी संपत्ति कानून के तहत कार्रवाई का बढ़ा खतरा
बेनामी संपत्ति लेनदेन निषेध अधिनियम, 1988 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी और के नाम पर संपत्ति खरीदता है लेकिन उसका असली लाभार्थी खुद होता है, तो इसे गैरकानूनी माना जाता है। पत्नी के नाम पर खरीदी गई जमीन भी इसी दायरे में आ सकती है यदि वित्तीय स्रोत की जानकारी न हो। सरकार ने अब आयकर विभाग और राजस्व विभाग को मिलकर ऐसे लेनदेन पर निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसके तहत अब जमीन की रजिस्ट्री के समय यह सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा कि भुगतान करने वाला और रजिस्ट्री में दर्ज नाम एक ही हो या वैध कारण के साथ हो। यदि इसमें अनियमितता पाई जाती है, तो न केवल जमीन जब्त की जाएगी बल्कि संबंधित व्यक्ति पर आपराधिक मुकदमा भी चल सकता है।
रजिस्ट्री के समय मांगे जा रहे हैं अतिरिक्त दस्तावेज
अब जब आप पत्नी के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री करवाते हैं, तो अधिकारियों द्वारा पत्नी की आय का प्रमाण, बैंक स्टेटमेंट और टैक्स रिटर्न की कॉपी मांगी जा रही है। अगर पत्नी गृहिणी है और उसके पास कोई स्पष्ट आय का स्रोत नहीं है, तो पति को यह साबित करना होगा कि यह संपत्ति वैध रूप से खरीदी गई है और इसका उपयोग गलत मंशा से नहीं किया गया है। यह नया प्रावधान इसलिए लाया गया है ताकि बेनामी संपत्ति पर रोक लगाई जा सके और टैक्स चोरी को नियंत्रित किया जा सके। जमीन खरीदने से पहले इस नियम की पूरी जानकारी होना अब अनिवार्य हो गया है।
जमीन खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
सरकार के इस नए नियम के तहत अब किसी भी संपत्ति को पत्नी या किसी अन्य के नाम पर खरीदने से पहले कानूनी सलाह लेना जरूरी हो गया है। साथ ही यह भी जरूरी है कि जिस व्यक्ति के नाम पर संपत्ति रजिस्टर्ड हो रही है, उसके पास उसकी खरीददारी का वैध स्रोत मौजूद हो। अन्यथा यह भविष्य में भारी जुर्माने और संपत्ति जब्ती की वजह बन सकता है। यदि आप जमीन अपनी पत्नी के नाम करवा रहे हैं तो यह सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज, आय प्रमाण और लेनदेन की जानकारी पहले से तैयार हो ताकि किसी भी जांच में आप फंसें नहीं।
