Mousam Ki Jankari – देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलने वाला है। 20 अक्टूबर को भारत के उत्तरी, पूर्वी और मध्य हिस्सों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार इस दिन तेज़ हवा, बिजली की कड़क और ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में यह असर सबसे ज्यादा देखने को मिल सकता है। मौसम में अचानक हो रहे बदलाव से आम जनता को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि इससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। खासकर किसान, यात्री और स्कूली बच्चों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बिजली की तेज़ चमक और गरज के साथ बारिश होने की आशंका है, जिससे कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति और यातायात व्यवस्था भी बाधित हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि लोग मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखें और बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें।

20 अक्टूबर को कई राज्यों में आंधी-तूफान का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने 20 अक्टूबर के लिए भारी आंधी-तूफान और बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में तेज़ हवाएं चलने की संभावना है, जिसकी गति 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। इन हवाओं के साथ बिजली की गरज और अचानक तेज बारिश होने की भी आशंका जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह बदलाव एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा है, जो हिमालयी क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। इसके चलते मैदानी इलाकों में असामान्य तरीके से तापमान में गिरावट और अचानक मौसम का पलटना देखा जा सकता है। इससे न केवल यातायात बाधित हो सकता है बल्कि फसलों को भी भारी नुकसान पहुंच सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई और भंडारण के कार्य को रोक दें और मौसम सामान्य होने तक इंतज़ार करें।
बिजली की गरज और बारिश से बढ़ेगी परेशानी
मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, 20 अक्टूबर को बिजली की गरज के साथ तेज बारिश कई राज्यों के लिए चुनौती बन सकती है। खासकर झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश में बिजली गिरने की घटनाओं का खतरा बना हुआ है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और खुले में जाने से बचें। बिजली गिरने की घटनाएं अक्सर जानलेवा साबित होती हैं, खासकर जब लोग पेड़ों के नीचे या खुले मैदान में खड़े होते हैं। प्रशासन की ओर से भी अलर्ट जारी किया गया है कि सभी सरकारी और निजी संस्थान स्थिति के अनुसार निर्णय लें। स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बारिश और तेज हवाओं के कारण बिजली आपूर्ति में बाधा और सड़क यातायात में समस्या आ सकती है। ऐसे में लोगों को घरों में सुरक्षित रहने की अपील की जा रही है।
फसलें होंगी प्रभावित, किसानों को सतर्क रहने की जरूरत
20 अक्टूबर को आने वाला आंधी-तूफान और बारिश किसानों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी राज्यों में खरीफ की फसलों की कटाई का समय चल रहा है, ऐसे में बारिश और तेज़ हवाएं इन फसलों को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं। धान, मक्का और सब्जियों की फसलें विशेष रूप से इस मौसम की मार से प्रभावित हो सकती हैं। मौसम विभाग और कृषि विभाग की ओर से किसानों को एडवाइजरी जारी की गई है जिसमें उन्हें अपनी फसलों को ढंकने, खुले में पड़ी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखने और खेतों में पानी की निकासी की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। इसके अलावा किसानों को यह भी कहा गया है कि जब तक मौसम सामान्य न हो, तब तक किसी प्रकार की कटाई या माल ढुलाई न करें। यह समय सतर्कता और समझदारी से काम लेने का है जिससे नुकसान को कम किया जा सके।
स्कूल, यातायात और बिजली आपूर्ति पर भी पड़ेगा असर
20 अक्टूबर को होने वाले संभावित मौसमीय बदलाव का असर जनजीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ सकता है। तेज़ आंधी और बिजली गिरने की घटनाओं से स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद रखने का निर्णय लिया जा सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा बस, ट्रेन और हवाई सेवाओं पर भी असर देखने को मिल सकता है क्योंकि तेज़ हवाएं और खराब दृश्यता यात्रा को जोखिमपूर्ण बना सकती हैं। वहीं, बिजली की आपूर्ति पर भी असर पड़ना तय माना जा रहा है क्योंकि गरज के साथ बिजली गिरने की घटनाएं ट्रांसफॉर्मर और पावर लाइन को नुकसान पहुंचा सकती हैं। कई जगहों पर बिजली गुल होने और इंटरनेट नेटवर्क ठप होने की स्थिति बन सकती है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक सामान पहले से स्टोर कर लें और किसी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें।